मूल : एकदिना बाल्मीकि उठिया प्रभातत । स्नान करिबाक प्रति गंगार जलत ॥ शिष्य भरद्बाजक बुलिला ऋषिराज । सत्बरे लैयोक ...
सप्तकांड रामायण
✍ डॉ. रीतामणि वैश्य भारतीय समाज में भक्ति सर्वकाल से महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आयी है। भारतवर्ष में भक्ति की अनेकानेक...