असमीया सप्तकांड रामायण (पद संख्या 41 से 50 तक)
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अहल्याक मुक्त रामे करिबा साक्षात ।
रामे सबे ऋषि प्रवेशिब मिथिलात ॥
धनुक भांगिया रामे पाइबंत सीताक ।
अनायसे युद्धे जिनिबंत राजाजाक ॥ 41
अनुवाद
अहल्या को साक्षात राम मुक्त करेंगे।
श्रीराम सहित ऋषि मिथिला आयेंगे॥
धनुष भंग कर राम सीता पायेंगे।
युद्ध में अनायास राजाओं को जीतेंगे॥41