✍ लिप्यंतरण एवं अनुवाद: डॉ. रीतामणि वैश्य मूल असमीया पाठ धैर्य्य येन मेरु गिरि गंभीर सागर। प्रतापत आदित्य क्रोधत महेश्वर॥...
Month: June 2021
✍ लिप्यंतरण एवं अनुवाद: डॉ. रीतामणि वैश्य मूल धरिया शिरत मुनि ब्रह्मार आदेश। सुमरिला मुनि नारदर उपदेश॥ रामायण करिते लागिला...
✍ संकलन, लिप्यंतरण एवं अनुवाद: डॉ. रीतामणि वैश्य मूल असमीया बिहुटि आदरर बिहुटि सादरर बिहुटि आमारे प्राण। एनुवा बिहुटि...
✍ संजीव मण्डल काल का चक्र उसकी वक्रता का लुत्फ मेरी साँसों की आँधी में मानो जलती मशाल है किसकी...
मूल आरो एक श्रेष्ठ भाइ हैब बैमातर। इरार तनय कुबेर धनेश्वर॥ बिष्णु भक्त हैबंत कुबेर बिभीषण। हैब दुष्ट दुर्ज्जन...
पिछले 24 जून, 2021 को डॉ॰ रीतामणि वैश्य के सम्पादन में ‘शोध-चिंतन पत्रिका’ के दूसरे अंक का प्रकाशन हुआ। ‘शोध-चिंतन...
The 2nd issue of the ‘Shodh Chintan Patrika’ is published on 24.6.2021. The ‘Shodh Chintan Patrika’ is a peer reviewed...
✍ संकलन, लिप्यंतरण एवं अनुवाद: डॉ. रीतामणि वैश्य बिहु असम का जातीय त्योहार है। बिहु तीन प्रकार के होते हैं-...
मूल राघवर शिरे बरषिब पारिजात। पाचे राम देव कार्य्य सांफलि साक्षात॥ बिभीषण मित्रक आश्वासि रघुबर । पातिबंत तांक अभिनव लंकेश्वर...